PNG Full Form In Hindi – PNG Ka Full Form Kya Hota Hai?

PNG Full Form Hindi – PNG एक फ़ाइल फ़ारमैट होता है जो कि मल्टिमीडिया Application में उपयोग किया जाता है। यह Images के लिए होता है. Image के Compression की मूलतः दो तकनीक होती है पहली Lossless और दूसरी Lossy | Lossless तकनीक में कोई भी Information Loss नहीं होती और इसीलिए यह तकनीक Lossy तकनीक से ज्यादा अच्छी मानी जाती है।

दूसरी तरफ लोससी तकनीक होती हैं, जिनमें डाटा Compression के दौरान इमेंज का कुछ Part या Information Loss हो सकती है। PNG तकनीक भी Lossless होती है और इसमें JPEG और GIF दोनों के गुण होते हैं, परंतु यह GIF Image फ़ाइल से ज्यादा बेहतर होती है और JPEG फ़ाइल से ज्यादा बड़ी होती है । Compressed Image के बहुत से Formats होते हैं जैसे JPEG, PNG, GIF, XMB और BMP। तो आईये PNG का Full Form जानते है।

PNG की History एवं Full Form

what is the full form of png

PNG का पूरा नाम यानि Full Form “Portable Network Graphics” होता है। PNG की शुरुआत दो Researchers ने 1977-1978 में की थी। इन्होंने दो Lossless Data Compression Algorithms LZ77 और LZ78 को Combine किया था। परंतु PNG सही तरीके से 1994 से उपयोग किया जा रहा है जब GIF की तुलना में ज्यादा अच्छा,छोटा,और फ्री फ़ाइल format जरूरी लगा।

सबसे पहले PNG Draft को PBF कहा गया जिसका पूरा नाम होता है Portable Bitmap Format। सबसे पहले इसमें तीन Byte सिग्नेचर होते थे पहला Chunk नंबर दूसरा Maximum Pixel की Depth 8 Bits होती थी और कोई भी Compression Method उपयोग नहीं की जाती थी। फिर एक Week के अंदर इसमें सारे Features समाहित किए गए,

जैसे Delta-Filtering, Deflate Compression, 24-bit Support इसका नाम PNG और भी बहुत कुछ। इसमें से बहुत से Features Accept नहीं किए गए। PNG का पहला वर्किंग मोडेल 1995 में आया। PNG को Develop करने का मूल उद्देश्य एक Lightweight Model को लाना था जो कि TIFF और JPEG की तुलना में Lightweight हो। और यह उद्देश्य PNG ने पूरा भी किया।

PNG फ़ारमैट की बहुत सारी विशेषताएं होती हैं। यह इमेंज को Transparency Level देने के साथ साथ Color Transparency भी करता है। PNG Format में Image Interlacing Horizontal और Vertical दोनों दिशाओं में एक साथ होता है, इसलिए Image Interlacing तीव्र होती है। अब Image Interlacing का मतलब यह है कि Bitmap Image को इस तरह से Encode किया जाए कि यदि किसी व्यक्ति के पास आंशिक Image भी Receive हो तो उसे Image की Degraded Copy मिल जाए,

इस तरह Image का अनुमान लगाया जा सकता है। PNG में Gamma Correction की मदद से Images के Color की Brightness को कम या ज्यादा किया जा सकता है। Gamma Correction एक ऐसी तकनीक है जिससे Camera, Display Device और Visual System के बीच के अंतर को मिटाया जा सकता है। PNG में Image को उसके True Color Form में या Grey Color Form में Save किया जा सकता है। True Color का मतलब Image उसी तरह दिखे जिस तरह वह Originally रहती है और Grey कलर का मतलब Image सिर्फ सफ़ेद और काले Color के Combinations में ही दिखाई देगी ।

PNG Files वैसे तो GIF की तरह ही होती हैं लेकिन PNG में Animation नहीं होता है जबकि GIF अपने Animation की वजह से ही ज्यादा उपयोग की जाती है। GIF भी Image Format होता है और इसका पूरा नाम Graphics Interchange Format होता है । अगर Transparency की बात की जाए तो PNG Files में Variable Transparency होती है जो की GIF में नहीं होती, GIF में Transparency Level PNG की अपेक्षा कम रहता है।

Image Interlacing के मामले में भी PNG Images GIF से ज्यादा अच्छी होती हैं क्योंकि PNG में Two Way Image Interlacing होती है। PNG Images बेहतर तरीके से Compress होती हैं, यदि इसको GIF से Compare किया जाए तो PNG पाँच से पच्चीस प्रतिशत ज्यादा अच्छे से Compress करती है। Image की Brightness और Color Correction PNG में GIF से बेहतर होता है।

PNG के फायदे

PNG के अनेक फायदे होते हैं। PNG के दो प्रकार होते हैं। PNG-8 और PNG-24। PNG-8 में 256 Colors होते हैं और PNG-24 में 16.7 Million Colors होते हैं। PNG में Transparency के बहुत सारे विकल्प होते हैं। किसी इमेंज को पूरी तरह Opaque से पूरी तरह Transparent किया जा सकता है। अगर Size की बात करें तो PNG Files कितनी भी बड़ी हो लेकिन उसका Size कम ही रहता है, मतलब PNG Images के लिए Memory कम लगती है।

अगर Layers में काम करना हो तो PNG Format अच्छा होता है। PNG Format एक Open Format है, जिससे इन Images को उपयोग करने से कोई कॉपीराइट नहीं आता है। PNG File Format वर्ष 1995 में उपयोग होना शुरू हुआ, और इसके कई सारे Versions आते गए। अपनी कई खूबियों की वजह से PNG Mostly उपयोग होने वाला File Format बन गया है।

PNG किसी भी Web Browser पर Open किया जा सकता हैं और PNG Image को Edit करने के लिए कम्प्युटर पर उबलब्ध Software जैसे कि Paint, 3D, GIMP, XnView और Adobe Photoshop का उपयोग कर सकते हैं। PNG Image Files को किसी दूसरे File Format में बदला जा सकता है। File के Conversion के लिए इंटरनेट की मदद ली जा सकती है ।

Images के लिए JPEG (Joint Photograph Experts Groups) का उसे ज्यादा किया जाता है क्योंकि PNG की अपेक्षा JPEG File Formats की File Size कम होती है। लेकिन JPEG Lossy Encoding तकनीक का इस्तेमाल करती है जो की JPEG की कमी है। पहले के Web Browsers PNG Files को Support नहीं करते थे।

PNG में Pixel, Number के फ़ारमैट में होते हैं। pixel किसी भी इमेंज का सबसे छोटा Element होता है। इसको Picture Element भी कहा जाता है। कोई भी Image बहुत सारे Pixels से मिलकर बनी होती है। PNG में Image का Compression दो Stages में किया जाता है – पहला Pre-Compression Stage होता है जिसे Filtering भी कहते हैं और दूसरा Compression Stage होता है। इसमें Image Compression के लिए LZ77 और Huffman Coding का प्रयोग किया जाता है।

PNG Images के कई सारी विशेषताएँ होती हैं जो इसे दूसरे File Format से अलग करती हैं । और वो विशेषताएँ इस प्रकार हैं।

Potability

इसका मतलब होता है कि PNG इमेंज किसी भी Platform पर Depend नहीं करती या कह सकते हैं की यदि PNG Image को एक Platform से दूसरे Platform पर Transmit किया जाए तो कोई दिक्कत नहीं होती। Different Platform का मतलब Different Architecture होता है।

Lossless

PNG में Lossless Encoding तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिससे जब इमेंज को Compress करते हैं तो किसी भी तरह की कोई भी Information या डाटा लॉस नहीं होता। इस तरह यह File Format ज्यादा बेहतर हो जाता है।

Complete

PNG में सभी तरह से इमेंज को Represent किया जा सकता है, चाहे फिर वो कोई True कलर हो या कोई Indexed कलर हो, या फिर कोई Grey scale कलर हो। ये सारी तकनीक PNG में हैं और PNG फ़ाइल Format को कंप्लीट बनाती हैं।

Efficient

PNG में Image Encoding और Image Presentation दोनों ही बहुत Efficient होते हैं। Efficiency का मतलब यह है कि PNG Images में इमेंज को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है, Image की सारी Information सुरक्षित रहती है।

Flexible

PNG फ़ारमैट को आसानी से Extend किया जा सकता है और कोई भी उपयोगकर्ता Image में कुछ भी एडिशन का सकता है। और ऐसा करने से पुराना Version डिस्टर्ब नहीं होता है।

Open

यह कॉपीराइट Free फ़ारमैट है। इसमें जो एल्गॉरिथ्म Use की गई है वो Free और Accessible है। इसका मतलब है कि PNG Format Legal Restrictions से फ्री है।

Serial Communication

PNG में डाटा की कोडिंग और Decoding दोनों ही Serial Fashion में की जाती हैं। Image के Generation और Visualization में Serial Communication का उपयोग किया जाता है।

Easy

PNG स्टैंडर्ड को Implement करना बहुत ही आसान होता है। इसमें उपयोग की जाने वाली Coding तकनीक बहुत ही आसान होती है।

Error Detection

PNG में डाटा Stream की Errors को आसानी से Detect किया जा सकता है, यह किसी भी Image Format के लिए बहुत ही जरूरी होता है। जितनी कम Errors होती हैं उतना ही अच्छा Format माना जाता है।

Interchangeable

कोई भी PNG Decoder सभी PNG डाटा Streams को पढ़ सकता है। बस Encoder को कुछ स्टैंडर्ड Follow करना जरूरी होते हैं।

PNG file format में कुछ कामिया भी हैं जो की इस प्रकार हैं।

Large File Size

PNG फ़ाइल फ़ारमैट बड़ी Images के लिए सही नहीं है क्योंकि इन Images के लिए PNG ज्यादा Memory Reserve करता है। यह Resources का ज्यादा उपयोग है।

No Animation

आज की दुनिया एनिमेंशन की दुनिया कही जा सकती है। किसी भी Social Network में एनिमेंशन क द्वारा अपनी Feelings को Share करना आसान होता है। PNG में एनिमेंशन Possible नहीं होता है। एनिमेंशन के लिए GIF का उपयोग करना पड़ता है।

Limited Web Browsers

PNG files को सभी वेब Browsers Support नहीं करते हैं। जबकि Web Browser के द्वारा ही Images को Download या View किया जाता है। और वेब Browser को Restrict नहीं किया जा सकता। कोई भी User किसी भी तरह का वेब Browser उपयोग कर सकता है।

Single Image

PNG के द्वारा मल्टिपल Images को एक साथ स्टोर नहीं किया जा सकता जबकि दूसरे फ़ाइल फोरमत्स में यह सब Possible है।

Transparent Background

PNG Copyright फ्री तो होता है लेकिन इसका Background ट्रांस्परेंट होता है जो कि कई बार User की आवश्यकता अनुसार नहीं होता। Transparent Background कई बार देखने में अच्छा भी नहीं लगता है, जो कि PNG की Beauty को कम करता है।

Limited Color Images

यह फ़ाइल फ़ारमैट Full Color Images के लिए सही नहीं होता है। इसमें लिमिटेड Colors ही आ पते हैं। इस वजह से आरिजिनल Image कुछ अलग दिखाई देती है।

Printing Problem

यह फ़ाइल फ़ारमैट ऑनलाइन Images के लिए बहुत अच्छा है लेकिन यदि इस तरह की Images का प्रिंट निकाला जाए तो वह Presentable नहीं होता है। यह Non-RGB Color Model जैसे की CMKY को सपोर्ट नहीं करता जो की प्रिंटिंग के लिए Best Model होता है।

PNG Files में Challenges के साथ कई सारी विशेषताओं की वजह से PNG Files को Widely Use किया जाता है। Social Media की दुनिया में जहाँ इतनी सारी apps हैं जिनमें PNG Images का उपयोग किया जाता है। Facebook, YouTube, WhatsApp और Twitter जैसी apps पर अपनी Create की हुई Images को Share किया जा सकता है।

YouTube पर PNG Images और Editing Software की हेल्प से Videos Create किए जा सकते हैं। इन Social Media apps पर आपके Contents को Appreciate किया जाता है और कई apps के द्वारा Contents को Monetize भी किया जाता है बशर्ते आपका Creation Original होना चाहिए उसमें कुछ कॉपीराइट नहीं होना चाहिए। इसमें हम PNG Images को Use कर सकते हैं क्योंकि ये कॉपीराइट फ्री होती हैं और Open भी होती हैं।

इसमें कुछ add करके न्यू इमेंज और कंटैंट तैयार किया जा सकता है। और यदि तकनीकी तौर पर भी देखा जाए तो PNG Gamma और Chromatically डाटा के साथ साथ विषम रंगों पर सटीक रंग मिलन के लिए एक पूर्ण रंग की प्रोफ़ाइल को संग्रहीत कर सकता है। और इसमें कोई संदेह नहीं है की PNG बाकी सभी फ़ाइल फ़ारमैट से ज्यादा उपयोगी और पूर्ण है।

Tips

PNG की Two Way Interlacing इसको Fast और अलग बनती है। आज की दुनिया में अलग अलग Platform पर काम करने वाले लोगों के लिए PNG Images बहुत ज्यादा उपयोगी हैं क्योंकि ये Platform पर Depend नहीं होती हैं। यदि एनिमेंशन की ज्यादा जरूरत नहीं हो तो PNG Formats की Images को उपयोग करना बेहतर होता है।

यहाँ पर Colors की बहुत बड़ी रंगे उपलब्ध है क्योंकि इसके दोनों ही टाइप PNG-8 और PNG-24 में Colors को उपलब्ध करने के लिए Scope होता हैं पहले प्रकार में 8 bits का उपयोग अलग अलग रंगो को Generate करने में किया जाता है और दूसरे प्रकार में 24 bits का उपयोग अलग अलग रंगो को Generate करने में किया जाता है।

Social Media User के अलावा Software Developer के लिए भी PNG Files बहुत उपयोगी हो जाती हैं। Web Developers के लिए PNG Images को Use करना जैसे बहुत जरूरी हो जाता है क्योंकि अच्छी Images के समूह से वो अपनी वैबसाइट को अच्छा रूप दे सकते हैं। i hope कि आपको PNG क्या है इसका Full Form (What Is The Full Form PNG)क्या होता है ये सब आपको पता चल गया होगा!

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Mr. Samir HFT के Co-Author & Founder है इन्हे हमेशा से नयी चीजे सिखना और उसे लोगो के साथ शेयर करना पसंद है. अगर आपको इनके द्वारा शेयर की गई जानकारी अच्छी लगती है तो आप इन्हे Social Media पर फॉलो कर सकते है। Thank You!

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